Monday 16 December 2019

Tulsi Pujan















Tulsi or Tulasi (Holy basil) or Vrinda is a sacred plant in Hindu belief. Hindus regard it as an earthly manifestation of the goddess Tulsi/Vrinda; she is regarded as the avatar of Lakshmi, and thus the consort of the god Vishnu. The offering of its leaves is mandatory in ritualistic worship of Vishnu and his avatars like Krishna and Vithoba.

Many Hindus have tulsi plants growing in front of or near their home, often in special pots or a special masonry structure known as Tulsi Vrindavan as this is related to their culture. Traditionally, Tulsi is planted in the center of the central courtyard of Hindu houses.[1] The plant is cultivated for religious purposes, and for its essential oil.


हिंदू धर्म में तुलसी पूजन का विशेष महत्व होता है। मुख्य रूप से हिन्दू परिवार के घर के आंगन में तुलसी माता का पौधा जरूर लगा होता है। घरों में भगवान की पूजा के अलावा हर दिन तुलसी पूजा का भी विशेष महत्व होता है। विशेष रूप से कार्तिक माह की देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का उत्सव मनाया जाता है। 4 महीने की निद्रा के बाद भगवान विष्णु कार्तिक माह की एकादशी के दिन जागते हैं, जिसके बाद सभी देवी और देवता खुशी में देव दिवाली मनाते है। इसी दिन भगवान विष्णु की सबसे प्रिय तुलसी माता का विवाह भी भगवान शालीग्राम से होता है। धार्मिक शास्त्रों में इस दिन तुलसी जी का पूजन शुभ माना गया है।


आज जब पूरी दुनिया क्रिसमस का त्यौहार मना रही है तब भारत के एक वर्ग में आज तुलसी पूजन दिवस मनाया जा रहा है.

हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा होती है और बहुत से लोग इसे अपने घर में भी लगाते हैं. हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले कई लोग हर दिन भी तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं.

तो फिर क्रिसमस के दिन ये तुलसी पूजन दिवस क्यों मनाया जा रहा है?

दरअसल तुलसी पूजन दिवस की शुरुआत साल 2014 में संत श्री आसाराम बापू जी ने की थी |

आसाराम बा[पु जी की संस्था की वेबसाइट संत श्री आशारामजी आश्रम डॉट ओआरजी पर बताया गया है, "25 दिसम्बर से 1 जनवरी के दौरान शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन, आत्महत्या जैसी घटनाएँ, युवाधन की तबाही एवं अवांछनीय कृत्य खूब होते हैं. इसलिए प्राणिमात्र का मंगल एवं भला चाहने और करने वाले पूज्य बापूजी ने वर्ष 2014 में आह्वान किया था कि 25 दिसंबर से एक जनवरी तक तुलसी-पूजन, जप-माला पूजन, गौ-पूजन, हवन, गौ-गीता-गंगा जागृति यात्रा, सत्संग आदि कार्यक्रम आयोजित हों."


भारत के संस्कृति मंत्री महेश चंद्र शर्मा ने ट्वीट किया, "तुलसी के महत्व का वर्णन हमारे शास्त्रों में भी है और विज्ञान में भी. स्कंद पुराण में कहा गया है कि जिस घर में तुलसी का बगीचा होता है एवं पूजन होता है उसमें यमदूत प्रवेश नहीं करते."

केंद्रीय राज्य मंत्री गिरीराज सिंह ने फ़ेसबुक पर लिखा, "आप सभी को तुलसी पूजा की बधाई. तुलसी का पौधा एक अभियान के तहत हर घर में लगाएँ."



ज्योति शेखावत ने ट्विटर पर लिखा, "मैं हिंदू हूं ईसाई नहीं जो में क्रिसमस मनाऊं...ये देश सैंटा का नहीं है ये देश संतों का है, ऋषि मुनियों का है. यहां कोई सैंटा नहीं आएगा, यहां तो विवेकानंद, दयानंद, दधीचि, शंकराचार्य आएंगे. यहां कोई जीसस नहीं आएगा बल्कि यहां राम, कृष्ण, माँ भवानी आएंगी."



Thursday 12 December 2019

A Question

A Question

What will you do on this 25th December ?

  1. Celebrating Tulsi Pujan Day.
  2. Celebration Christmas.
  3. Celute to Bharat Ratna Mahamana Pandit Madan Mohan Malviya Ji.
  4. Will go to dance party and drink wine.